कुछ गीत सा
जागता हूं
रात आधी
हो गई है
नींद गुम है,
सो गई है
भले दुनिया
एक लड़की
जागती है,
उतरना है
मुझे उसके
यादों वाले
मुहल्ले में
इसी से तो
नींद से मैं
दूर शब भर
भागता हूं ।
हो गई है
नींद गुम है,
सो गई है
भले दुनिया
एक लड़की
जागती है,
उतरना है
मुझे उसके
यादों वाले
मुहल्ले में
इसी से तो
नींद से मैं
दूर शब भर
भागता हूं ।
फूल पीले
चांदनी मे
रंग अपना
खो रहे हैं,
सो रहे हैं
सभी भंवरे
कहॉ पर
ये कौन जाने
तुम मगर
सारे सलीके
जानती हो
इसी से_ ऐ
शबनमी लड़की
तुझे मैं
चाहता हूँ ।
चांदनी मे
रंग अपना
खो रहे हैं,
सो रहे हैं
सभी भंवरे
कहॉ पर
ये कौन जाने
तुम मगर
सारे सलीके
जानती हो
इसी से_ ऐ
शबनमी लड़की
तुझे मैं
चाहता हूँ ।
- शिवम् सागर ।
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